तांत्रिक मंत्रो के जप के समय सामान्यरूप से नहीं कि जाती !
प्रत्येक महाविद्ध्या महाशक्ति या योगिनी कि सिद्धि के लिए विभिन्न प्रकार के आसन,मालाओं,वेशो,जप और साधना के समय तथा गुप्त स्थान का विधान हें !
किसी भी प्रकार की तांत्रिक साधना ऐसे किसी स्थान में करने का बड़ा भारी निषेध हें !
जहां आस-पास लोग देखते हो, कोलाहल हो, या कोई झांककर भी अनुष्ठान प्रक्रिया को देख पा सकता हो !
साधक के द्वारा ही जप -
बहुत से लोग किसी भी पंडित को पकड़कर उससे बगलामुखी या श्री विद्द्या का जप,पाठ,अनुष्ठान या हवन करा तो लेते हें ! किन्तु उसका फल प्राप्त नहीं होता !
पहल तभी प्राप्त होता हें जब मनुष्य उस महाविद्ध्या के अनुकूल दीक्षा लेकर पूरे विधि-विधान के साथ स्वयं जप करें अथवा किसी सिद्ध साधक के द्वारा जप करावें !
Tantric chanting of Mantras are not commonly time !
Each Mhowiddhya elf superpower or the accomplishment of a variety of postures , garlands , Veso , chanting and meditation at the time and place of secret legislation Hey!
Tantric practice of any kind that may prohibit such a tremendous place to be in !
Where around to see people , noise , or a ritual process looked to be able to see it!
By seeker chanting -
Many people Bglamuki or any priest grabbed him by chanting Sri Viddya , text , ritual or fire , take the acronym Hey! But it does not bear fruit !
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