Thursday, March 20, 2014

ज्वाला कराल मृत्यु ग्रम- शेषासुर सूदनम् ! त्रिशूलं पातु-नो-भि-ते: भद्रकाली ! नमोस्तुते !!

शुक्रबार -
शुक्रवार को दिन का चौथा भाग राहुकाल होता है यानी सुबह 10.30 बजे से 12 बजे तक का समय राहुकाल है।
शुक्र के राहुकाल में 108 आवृति करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती हें !
Prabhu Kripa Shrivastava
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा - इकाई भोपाल मध्य भारत - M.P.BHOPAL


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